सांस्कृतिक साम्राज्यवाद: मिथक और यथार्थ । Article on Cultural Imperialism in Hindi Language

परमेश्वर ने मनुष्य को प्रतिभा से समन्वित जीव बनाया है, ताकि वह रबयै को अन्य जीवों की अपेक्षा बेहतर स्थिति में रख सके । मानव भी ईश्वर की अपेक्षा पर खरा उतरा है एवं उसने प्राकृतिक कष्टों को तो दूर किया ही है साथ ही अपनी सभ्यता और संस्कृति को भी विकास के लिए आयाम दिए हैं । कोई देश [...]