Tag Archives | Essays

बाढ़ की चुनौती । Flood in Hindi Language

जल प्रकृति का वह तरल पदार्थ है जो मनुष्य के लिए जीवन स्वरूप है क्योंकि न तो जल के बिना जीवन की रचना ही सम्भव है और न ही जीवन उसके बिना रह सकता है । मनुष्य के अतिरिक्त धरती के अन्य सभी छोटे-बड़े जीव, पेड़-पौधे और वनस्पतियां आदि सभी का जीवन जल है और यदि जल नहीं है या [...]

By |2016-12-19T05:34:19+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on बाढ़ की चुनौती । Flood in Hindi Language

पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता | Environment in Hindi Language

विस्तार बिंदु: 1. मनुष्य की तीव्र विकास यात्रा के कारण उत्पन्न प्रदूषण की समस्या । 2. प्राकृतिक संसाधनों का अंधा-धुंध दोहन । 3. वनों की अंधा-धुंध कटाई । 4. प्रकृति की कीमत पर किए गए मानवीय विकास का परिणाम है-ग्लोबल वार्मिंग अथवा वैश्विक तापन । 5. इसके कारण समुद्र पर बसे अनेक महत्वपूर्ण देशों एवं नगरों के जलमग्न होने तथा [...]

By |2016-12-19T05:34:17+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता | Environment in Hindi Language

नेताजी सुभाषचंद्र बोस । Article on Subhas Chandra Bose in Hindi Language

सुभाषचंद्र बोस का जन्म २३ जनवरी, १८९७ को कटक ( उड़ीसा ) में हुआ था । सन् १९१३ में उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय की मैट्रिक परीक्षा द्वितीय स्थान प्राप्त करते हुए उत्तीर्ण की । सन् १९१४ में मन की शांति के लिए वे हरिद्वार चले गए; किंतु कुछ समय बाद वापस लौट आए । सन् १९१६ की एक घटना है । [...]

By |2016-12-19T05:34:15+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on नेताजी सुभाषचंद्र बोस । Article on Subhas Chandra Bose in Hindi Language

बाढ़ की विभीषिका । Article on Flood and Its Effects in Hindi Language

मानव अपने उत्थान के समय से ही प्रकृति के साथ संघर्ष करता आया है । सौभाग्य से प्रकृति ने भी उसकी आवश्यकताओं को अहमियत देते हुए अपने ऊपर विजय पाने का निरंतर मौका दिया है । लेकिन मनुष्य की आवश्यकताओं ने आविष्कारों को निरंतर जन्म दिया है और नए-नए आविष्कार करके प्रकृति को मुँह तोड़ जवाब दिया है । बड़े-बड़े [...]

By |2016-12-19T05:34:12+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on बाढ़ की विभीषिका । Article on Flood and Its Effects in Hindi Language

परीक्षा के बाद मैं क्या करूँगा ? Article on My Career Prospects in Hindi Language

परीक्षा के बाद मैं क्या करूँगा ? Article on My Career Prospects in Hindi Language! आजकल बहुत से पढ़े-लिखे युवक नौकरियों की खोज में इधर-उधर मारे-मारे फिर रहे हैं, क्योंकि सरकारी नौकरियों में कठिन परिश्रम नहीं करना पड़ता और कुरसी मिलती है बैठने को । वहीं नौकरियाँ भी बहुत कम हैं । अब वह समय आ गया है कि शिक्षित [...]

By |2016-12-19T05:34:10+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on परीक्षा के बाद मैं क्या करूँगा ? Article on My Career Prospects in Hindi Language

पत्रवाहक अथवा डाकिया । Postman in Hindi Language

पत्रवाहक अथवा डाकिया । Article on Postman in Hindi Language! ऐसा कोई व्यक्ति होगा, जो 'पत्रवाहक' को अपने घर की ओर आता हुआ देखकर प्रसन्न न होता हो । हमारे बहुत से सगे-संबंधी तथा घनिष्ठ मित्र हमसे बहुत दूर नगरों में रहते हैं । उनसे संपर्क बनाए रखने के लिए हम पत्रों का सहारा लेते हैं । इसीलिए सर्वत्र पत्रवाहक [...]

By |2016-12-19T05:34:07+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on पत्रवाहक अथवा डाकिया । Postman in Hindi Language

पं॰ जवाहरलाल नेहरू । Jawaharlal Nehru in Hindi Language

महात्मा गांधी यदि स्वतंत्र भारत के राष्ट्रपिता हैं तो पण्डित जवाहर लाल नेहरू को आधुनिक भारत का निर्माता माना जाता है । संभ्रांत परिवार में जन्म लेकर तथा सभी तरह की सुख-सुविधा भरे वातावरण में पल कर भी उन्होंने राष्ट्रीय स्वतंत्रता एवं आन-बान की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया । पं॰ जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवम्बर, [...]

By |2016-12-19T05:34:05+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on पं॰ जवाहरलाल नेहरू । Jawaharlal Nehru in Hindi Language

पुस्तक की आत्मकथा । Book in Hindi Language

वर्तमान में मैं एक पुस्तक हूं । मुझे पाकर मानो मानव ने एक अमर निधि प्राप्त कर ली है । मैं उसे सदा ज्ञान-विचारों का दान देती रहती हूं । मुझे आज ज्ञान-विज्ञान और समझदारी का, आनन्द और मनोरंजन का खजाना माना जाता है परन्तु आदर-मान की यह स्थिति मुझे एकाएक या सरलता से नहीं मिल गई है । मेरा [...]

By |2016-12-19T05:34:02+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on पुस्तक की आत्मकथा । Book in Hindi Language

भगवान महावीर स्वामी । Bhagwan Mahaveer Swami in Hindi Language

धर्म की संस्थापना करने वाले तथा सज्जन व्यक्तियों की रक्षा के लिए दुष्टों से बचने का मार्ग दिखाने वाले भगवद्स्वरूप महावीर स्वामी जी का जन्म उस समय हुआ जब यज्ञों का महत्त्व बढ़ने के कारण केवल ब्राह्मणों की ही प्रतिष्ठा समाज में लगातार बढ़ती जा रही थी । पशुओं की बलि देने से यज्ञ-विधान महंगे हो रहे थे । इससे [...]

By |2016-12-19T05:34:00+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on भगवान महावीर स्वामी । Bhagwan Mahaveer Swami in Hindi Language

भारतीय लोकतंत्र । Indian Democracy in Hindi Language

भारत का लोकतंत्र विश्व का एक सशक्त लोकतंत्र है । लोकतांत्रिक मूल्यों में आस्था रखने वाले विश्व के समस्त राष्ट्र यहाँ की लोकतांत्रिक प्रणाली से प्रेरणा लेते हैं । लोकतंत्र के अंग्रेजी पर्याय डेमोक्रेसी 'शब्द की व्यूत्पति ग्रीक मूल के शब्द 'डेमोस' से हुई है, जिसका अर्थ है 'जनसाधारण' । इसमें केसी शब्द जोड़ा गया है जिसका अर्थ है शासन [...]

By |2016-12-19T05:33:58+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on भारतीय लोकतंत्र । Indian Democracy in Hindi Language

बाल-मजदूरी: राष्ट्रीय कलंक | Child Labour in Hindi Language

मासूम, कोमल बच्चे हँसते-खेलते हुए ही अच्छे लगते हैं । जीवन की प्रत्येक चिन्ता से मुक्त मुस्कराता हुआ बचपन जीवन की अनमोल धरोहर बनकर जीवनपर्यन्त समृति में रहता है । न जीवनयापन का बोझ, न ही कर्तव्य-पालन की चिन्ता, केवल हँसना-खेलना और जीवन जीने की कला को सीखने का प्रयास करना, यही होता है बचपना । परन्तु कुछ मासूम चेहरों [...]

By |2016-12-19T05:33:55+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on बाल-मजदूरी: राष्ट्रीय कलंक | Child Labour in Hindi Language

भारतीय संस्कृति का प्रसार । Indian Culture in Hindi Language

भारतीय संस्कृति, भारत भूखंड की भौगोलिक सीमाओं से परे भी प्रसारित हुई और अनेक शताब्दियों तक उन विभिन्न देशों तथा द्वीपों में सम्राटों से लेकर सामान्य जनों तक ने भारतीय संस्कृति को अपनाए        रखा । ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भारत का लंका से संबंध छठी शताब्दी ई.पू. में हुआ । ऐतिहासिक वृत्तांत में कहा जाता है कि विजय नाम का एक [...]

By |2016-12-19T05:33:53+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on भारतीय संस्कृति का प्रसार । Indian Culture in Hindi Language

भारतीय राजनीति का अपराधीकरण । Criminalization and Indian Politics in Hindi Language

भारतीय राजनीति में आज तीव्र गति से परिवर्तन हो रहा है । आज लोकतंत्र में राजनीति समाज का एक अंग बन गई है । भारतीय लोकतंत्र में भी राजनीति आज पूरी तरह से छाई हुई है । मतदाता ही राजनीति का विकास करता है । सम्पूर्ण सत्ता जनता में निहित रहती है । जहाँ या जब भी इस सार्वभौमिक सत्ता [...]

By |2016-12-19T05:33:51+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on भारतीय राजनीति का अपराधीकरण । Criminalization and Indian Politics in Hindi Language

बुढ़ापा: नकारात्मक व सकारात्मक पहलू । Geezerhood in Hindi Language

हममें से अधिकतर व्यक्तियों के लिए बुढ़ापा एक अनचाहा और अवांछनीय शब्द है । न केवल शब्द बल्कि इसका अर्थ भी अवांछनीय है । जैसे ही हमारे कानों में यह शब्द पडता है हमारी आखों के आगे जर्जर दुर्बल और झुर्रीदार शरीर का खाका उभर आता है । सामान्यत ऐसा माना जाता है कि बुढ़ापे में आदमी की कार्यक्षमता कम [...]

By |2016-12-19T05:33:48+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on बुढ़ापा: नकारात्मक व सकारात्मक पहलू । Geezerhood in Hindi Language

मनोरंजन के आधुनिक साधन | Modern Means of Entertainment in Hindi Language

सुखी जीवन के लिए मनुष्य को स्वास्थ्यवर्धक भोजन और अनुकूल जलवायु की आवश्यकता होती है । मनुष्य जीवनयापन के लिए, सुख-सुविधाओं के लिए दिन-रात परिश्रम करने से भी नहीं घबराता । वह कठिन परिश्रम करके अपने परिवार के लिए विभिन्न साधन एकत्र करता है, ताकि वह परिवार सहित सुखी जीवन व्यतीत कर सके । लेकिन कठिन परिश्रम के प्रति उत्साहित [...]

By |2016-12-19T05:33:45+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on मनोरंजन के आधुनिक साधन | Modern Means of Entertainment in Hindi Language

मूल्यांकन दूरदर्शन का । Television in Hindi Language

दूरदर्शन आधुनिक युग का एक ऐसा साधन है जो मानव को मनोरंजन देने के साथ-साथ प्रेरणा और शिक्षा भी प्रदान करता है । मनुष्य चाहे किसी भी आयु वर्ग या आर्य वर्ग अथवा किसी भी देश का वासी हो सभी के मन में ऐतिहासिक धार्मिक सांस्कृतिक स्थानों को देखने की लालसा रहती है । त्रेता युग में महाभारत के युद्ध [...]

By |2016-12-19T05:33:43+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on मूल्यांकन दूरदर्शन का । Television in Hindi Language
Go to Top