Tag Archives | Economics

आर्थिक उदारीकरण: भविष्य के परिप्रेक्ष्य में | Economic Liberalization in Hindi Language

विस्तार बिंदु: 1. भारतीय अर्थव्यवस्था में नियोजन का महत्व । 2. राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में आर्थिक मंदी का दौर । 3. आर्थिक उदारीकरण की नीति का अंगीकरण । 4. उदारवाद भूमण्डलीकरण का प्रथम चरण । 5. अत्यधिक उदारता के खतरे । 6. उदारवादी अर्थव्यवस्था के चलते स्वदेशी उद्योगों पर मंडराता खतरा । 7. निष्कर्ष । स्वाधीनता प्राप्ति के पश्चात् संविधान निर्माताओं [...]

By |2016-12-19T05:34:52+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on आर्थिक उदारीकरण: भविष्य के परिप्रेक्ष्य में | Economic Liberalization in Hindi Language

आर्थिक उदारीकरण और स्वदेशी उद्योग का संकट | Liberalised Economy in Hindi Language

विस्तार बिंदु: 1. भूमिका । 2. भारत में उदारीकरण की नीति का अंगीकरण । 3. उदारीकरण की प्रकृति । 4. उदारीकरण का भारतीय उद्योग-धंधों एवं कृषि पर दुष्परिणाम । 5. निष्कर्ष । वर्ष 1991 के आरम्भ से ही भारतीय अर्थव्यवस्था में एक ओर विदेशी ऋण में अत्यधिक वृद्धि, विदेशी मुद्रा भण्डार में गिरावट, सरकारी व्यय में बढ़ोतरी, भारत से विदेशी [...]

By |2016-12-19T05:34:50+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on आर्थिक उदारीकरण और स्वदेशी उद्योग का संकट | Liberalised Economy in Hindi Language

उदारीकरण रोक सकेगा प्रतिभा-पलायन को ? Liberalization of Economy in Hindi

विस्तार बिंदु: 1. लगभग 25 प्रतिशत प्रतिभाएं विदेशों में बस जाना पसंद करती हैं । 2. भारत के लिए आर्थिक एवं विकासात्मक, दोनों दृष्टियों से नुकसान । 3. पलायन के लिए उत्तरदायी कारक । 4. उदारीकरण का अल्पावधिक परिणाम बहुराष्ट्रीय कंपनियों के माध्यम से प्रतिभा का और भी पलायन होगा । 5. प्रतिभाओं की वापसी के क्या उपाय हैं ?....... [...]

By |2016-12-19T05:34:46+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on उदारीकरण रोक सकेगा प्रतिभा-पलायन को ? Liberalization of Economy in Hindi

जनसंख्या: समस्या और समाधान | "Population: Problem and Its Solution" in Hindi

किसी भी समाज अथवा राष्ट्र की शक्ति उसके जन-समुदाय से बनती है । जन-समुदाय बुद्धिमत्ता एवं परस्पर सहयोग से राष्ट्र को प्रगति के पथ पर आगे ले जाता है । जन-शक्ति के अभाव में कोई भी राष्ट्र उन्नति नहीं कर सकता । परन्तु किसी भी राष्ट्र के समुचित विकास के लिए उसकी जन-संख्या का नियंत्रित होना आवश्यक है । राष्ट्र [...]

By |2016-12-19T05:34:44+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on जनसंख्या: समस्या और समाधान | "Population: Problem and Its Solution" in Hindi

विकास का मानवीय पक्ष | Article on Development in Hindi Language

विस्तार बिंदु: 1. प्रस्तावना । 2. विकास की अवधारणा और मानव । 3. मानवीय पक्ष की बात क्यों ? 4. सामाजिक-सांस्कृतिक विकास और मानव । 5. वैज्ञानिक विकास और मानव । 6. राजनीतिक विकास और मानव । 7. संचार क्रांति और विकास । 8. अंतरराष्ट्रीय सहयोग और विकास । 9. विकास के नाम पर पर्यावरण की उपेक्षा । 10. उपसंहार [...]

By |2016-12-19T05:33:15+00:00December 19, 2016|Essays|Comments Off on विकास का मानवीय पक्ष | Article on Development in Hindi Language

“Population Explosion” in Hindi Language

जनसंख्या वृद्धि । “Population Explosion” in Hindi Language! 1. भूमिका या प्रस्तावना । 2. जनसंख्या वृद्धि में भारत का स्थान । 3. जनसंख्या वृद्धि के कारण । 4. जनसंख्या वृद्धि रोकने के उपाय 5. उपसंहार । 1. भूमिका: जनसंख्या वृद्धि भारत की सबसे भीषणतम समस्या के हमारे सामने एक चुनौती बनकर आ खड़ी हुई है । यह समस्या इतनी भयावह [...]

By |2016-11-24T10:35:32+00:00November 24, 2016|Essays|Comments Off on “Population Explosion” in Hindi Language

India’s Foreign Policy" in Hindi Language

भारत की विदेश नीति के निर्धारण में विदेश मंत्रालय की भूमिका । "The Role of Foreign Ministry in Determining the India's Foreign Policy" in Hindi Language! भारत की विदेश नीति के निर्धारण में विदेश मंत्रालय की भूमिका: किसी भी देश की विदेश नीति का निर्धारण बहुत कठिन काम होता है । विदेश नीति आंतरिक नीति के जैसी नहीं होती है [...]

By |2016-11-06T04:44:33+00:00November 6, 2016|Economics|Comments Off on India’s Foreign Policy" in Hindi Language

Realism and Neo-Realism" in Hindi Language

भारत की विदेश नीति के उपागमों में यथार्थवाद और जटिल नव-यथार्थवाद की तुलना और अंतर । "Comparison between Realism and Neo-Realism" in Hindi Language! भारत की विदेश नीति के राजनीतिक यथार्थवाद तथा जटिल नव-यथार्थवाद उपागम: यह बात पूर्णरूपेण सिद्ध है कि भारत की वैदेशिक नीति की स्थापना एवं कार्यान्वयन के संदर्भ में अमेरिका को छोड़कर अन्य सभी परिवेश का यथार्थवादी [...]

By |2016-11-06T04:44:18+00:00November 6, 2016|Economics|Comments Off on Realism and Neo-Realism" in Hindi Language

"American Foreign Policy" in Hindi Language

अमेरिकी विदेश-नीति । "American Foreign Policy" in Hindi Language! अमेरिकी विदेश-नीति : उद्देश्य: संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश नीति वही के निवासियों के चरित्र व उनकी महत्त्वाकांक्षाओं, अंतर्राष्ट्रीय समस्याओं के प्रति उनकी प्रतिक्रियाओं एवं वहाँ के राष्ट्रपति और कांग्रेस के संयुक्त प्रभाव पर आधारित है । यह सर्वमान्य तथ्य है कि प्रत्येक राष्ट्र के अपने स्वार्थ होते हैं जिन पर [...]

By |2016-11-06T04:44:14+00:00November 6, 2016|Economics|Comments Off on "American Foreign Policy" in Hindi Language

"Consent of Nehruvian" in Hindi Language

नेहरूवियन सहमति । "Consent of Nehruvian" in Hindi Language! नेहरूवादी सर्वसम्मत भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के काल में विकसित आदर्शों एवं सिद्धांतों पर आधारित था । राष्ट्रीय आंदोलन में महात्मा गाँधी का गहरा प्रभाव था । हम लोगों ने जो संघर्ष किया, बहु राजनीतिक स्वतंत्रता मात्र नहीं था बल्कि भारतीय सभ्यता का सांस्कृतिक एवं नैतिक उदय था । नेहरू जी ने [...]

By |2016-11-06T04:44:07+00:00November 6, 2016|Economics|Comments Off on "Consent of Nehruvian" in Hindi Language

India’s Foreign Policy |Hindi

भारत की विदेश नीति में यथार्थवाद और अंतर्निर्भर दृष्टिकोणों । "Realism and Interdependence in India’s Foreign Policy" in Hindi Language! भारत की विदेश नीति में अंतर्निर्भर दृष्टिकोण और यथार्थवादी दृष्टिकोण: भारतीय विदेश नीति के अंतर्गत परंपरागत उपागम का क्षेत्र कई सिद्धांत पर आधारित है । इसमें अंतर्निर्भर दृष्टिकोण और यथार्थवादी दृष्टिकोण प्रमुख हैं । इन पर इस प्रकार से प्रकाश [...]

By |2016-11-06T04:44:03+00:00November 6, 2016|India|Comments Off on India’s Foreign Policy |Hindi

Role of PMO in Determining the India’s Foreign Policy

भारत की विदेश नीति के निर्धारण में प्रधानमंत्री कार्यालय की भूमिकाओं ।  "Role of PMO in Determining the India’s Foreign Policy" in Hindi Language! विदेश नीति निर्माण में प्रधानमंत्री का बढता प्रभाव: विदेश नीति निर्माण में प्रधानमंत्री की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है । भारत में स्वतंत्रता के बाद संसदात्मक लोकतांत्रिक प्रणाली अपनाई जाती है । लोकतांत्रिक प्रणाली के अंतर्गत प्रधानमंत्री [...]

By |2016-11-06T04:44:00+00:00November 6, 2016|India|Comments Off on Role of PMO in Determining the India’s Foreign Policy

Role of Parliament in Developing Foreign Policy | Hindi

विदेश नीति निर्माण में संसद की भूमिका | "Role of Parliament in Developing Foreign Policy" in Hindi Language! विदेश नीति निर्माण में संसद की भूमिका: भारतीय विदेश नीति के निर्माण, निर्धारण एवं कार्यान्वयन में संसद की भी भूमिका कम महत्त्वपूर्ण नहीं होती है । भारत एक लोकतांत्रिक देश है और यहाँ पर संसदात्मक शासन प्रणाली की स्थापना की गई है [...]

By |2016-11-06T04:43:58+00:00November 6, 2016|Economics|Comments Off on Role of Parliament in Developing Foreign Policy | Hindi

Real Non-Alignment | Hindi

असली गुटनिरपेक्षता । "Real Non-Alignment" in Hindi Language! विश्व राजनीति में भारतीय दृष्टिकोण मुख्यतया गुटनिरपेक्षता का रहा है । इसे भारतीय विदेश नीति का सार तत्त्व कहा जाता है । जनता पार्टी के घोषणा-पत्र में 'असली गुटनिरपेक्षता' की बात कही गई थी । मोरारजी देसाई का कहना था कि इंदिरा गाँधी के जमाने में विदेश नीति एक तरफ झुक गई [...]

By |2016-11-06T04:43:56+00:00November 6, 2016|Essays|Comments Off on Real Non-Alignment | Hindi

Essay on International Problems | Hindi

समकालीन अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संबंधों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार तथा निवेश की समस्या । "Problems of International Economic Relations, International Trade and Investment" in Hindi Language! अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संबंधों में व्यापार तथा निवेश की समस्याएं: अंतर्राष्ट्रीय व्यापार तथा निवेश की पद्धति से यह बात एकदम साफ हो जाती है कि विकसित तथा अल्पविकसित देशों की अर्थव्यस्थाओं में काफी विषमता है । आधुनिक [...]

By |2016-11-06T04:43:54+00:00November 6, 2016|Essays|Comments Off on Essay on International Problems | Hindi

Formation of Foreign Policy | Hindi

विदेश नीति के निर्माण में चिंतन समूहों की भूमिका ।  "Formation of Foreign Policy" in Hindi Language! विदेश नीति के निर्माण में चिंतन समूहों की भूमिका: विदेश नीति के निर्माण की प्रक्रिया केवल उससे जुड़ी संस्थाओं तक सीमित नहीं है । लोकतंत्र में कोई भी नीति लोगों की आकांक्षाओं को अभिव्यक्त करती है । विदेश नीति के निर्धारण में चिंतन [...]

By |2016-11-06T04:43:51+00:00November 6, 2016|Economics|Comments Off on Formation of Foreign Policy | Hindi
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